लेखनी/LEKHNI मई-जून-2022

सोच और संस्कारों की सांझी धरोहर
Bridging The Gap

युद्ध के खिलाफ!!

‘जब नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है।’
‘दिनकर’

(अंक 142 -वर्ष 16)

अपनी बातः होने और न होने के बीच…

इस अंक मेंः कविता धरोहरः कृष्ण की चेतावनी- रामधारी सिंह ‘दिनकर’। हायकू-धूपः सुधा गुप्ता, सरस्वती माथुर (31), शैल अग्रवाल ( 22) । कविता आज और अभीःअसहज समय में-सत्येन्द्र श्रीवास्तव, शैल अग्रवाल (4), जितेन्द्र चन्दौली, अनिल शास्त्री शरद, पद्मा मिश्रा (2), अनिता रश्मि (5) । माह के कविः रोहित ठाकुर (9)। माह विशेषः कविता अनुवाद-युटा औस्टिन (2)। चार गीतिकायें-कैलाश मनहर। लेखनी संकलनः धूप किनारे- प्रवीण पंडित, राहत इंदौरी, शैल अग्रवाल (3),सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, बुद्धिनाथ मिश्र, रजनीश तिवारी, जितेन्द्र जौहर।
कहानी धरोहरः सिकंदर की शपथ-जयशंकर प्रसाद। कहानी समकालीनः युद्ध में बुद्ध-शैल अग्रवाल। कहानी समकालीनः सन्नाटे की चीख-अनिता रश्मि। कहानी समकालीनः एक बटा तीन- हंसा दीप। कहानी समकालीनः अनकही बात – डॉ. शिबेन कृष्ण रैना। धारावाहिकः काव्या- डॉ. इंदु झुनझुनवाला। दो लघुकथायेंः मौसम- शैल अग्रवाल। संस्मरणः जिन्दगी के नुक्कड़-देवी नागरानी। विमर्षः इक्कीसवीं सदी की स्त्री- डॉ. आशा मिश्रा ‘मुक्ता ‘। ललितः नर के कृत्यः नृत्य-आयुष कुमार पॉल। चांद परियाँ और तितलीः कहानी- लड़ाई-शैल अग्रवाल, कविताः परीक्षा – सुनील चौरसिया ‘सावन’।
In The English Section: My Column: Human Rights. Unforgettable poems of War- Marjorie Pickthall, Isaac Rosenberg, John McCrae, Philip Larkin. Poetry Here & Now: Poems Are Prayers Only- Shail Agrawal (7). Kids’ Corner-Story-Invasion. Poem: Is it possible- Shail Agrawal.

ब्रिटेन से प्रकाशित द्विमासीय, द्विभाषीय (हिन्दी-अंग्रेजी) पत्रिका
परिकल्पना, संपादन व संचालनः शैल अग्रवाल
संपर्क सूत्रः shailagrawal@hotmail.com
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