लेखनी/LEKHNI-मई-जून 2025

सोच और संस्कारों की सांझी धरोहर
Bridging The Gap

‘धर्म का सुरसा मुख
सब निगलने को तैयार
लघु हों या बढ़ें
कैसे भी बस में करें
हनुमान का यही संदेश’
शैल अग्रवाल

जागृति विशेषांक

(अंक 160, वर्ष 19)

अपनी बातः धर्म, सभ्यता और शांति…
इस अंक में- कविता- धरोहरः रामधारी सिंह दिनकर। माह की कवियत्रीः शन्नो अग्रवाल। गीत और ग़ज़लः बशीर बद्र। लेखनी संकलनः मां तुझे नमन। लेखनी संकलनः हायकू-माँ। कविता आज और अभीः समय का धर्मः-सुशील कुमार, डुमका। जितेन्द्र दबे ( ओबर डूरु), शन्नो अग्रवाल आस्ट्रेलिया, शैल अग्रवाल यू.के, पद्मा मिश्रा भारत। लेखनी संकलनः धूप किनारे। माह विशेषः हायकू विधा में ग्रीष्म ऋतु- सरस्वती माथुर।
गद्य में-मंथनः सभ्यता और संस्कृति- पद्मा मिश्रा। कहानी धरोहर-आखाश-दीप-जयशंकर प्रसाद। कहानी समकालीनः अपराधिनी- संदीप तोमर। कहानी समकालीनः पियानो टीचर- शैल अग्रवाल। कहानी समकालीनः चांदी का जूता- बालाशौरि रेड्डि। दो लघुकथाएँ-हेर-फेर-शैल अग्रवाल। मुद्दाः क्या मैं धर्म हूँ- इन्दु झुनझुनवाला। परिचर्चाः ध्यान आध्यात्म और आधुनिक पीढ़ी-कमल किशोर राजपूत। विमर्षः आखिर कब तक-आचार्य शीलक राम। परिक्रमाः अयोध्या से चित्रकूट–गोवर्धन यादव। समीक्षाः उपन्यास दण्डकारण्य को ओर- डॉ. विजय कलमदार। बाल कोना-शाझा यह संसार हमारा-कहानी और कविता-शैल अग्रवाल।
In the English Section: My Column: Beyond the Words. Talk about peace_ What they all say about it. Poetry Here & Now- Shail Agrawal. Story Contemporary: Trees in Kew Garden-Gurnam Gill. Kids’ Corner:-One & All-Story & poem by Shail Agrawal.

परिकल्पना, संपादन व संचालनः शैल अग्रवाल
संपर्क सूत्रः shailagrawal@hotmail.com
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