प्रेरक प्रसंग-प्रमोद पाण्डे / लेखनी-अगस्त-सितंबर 2015

 

समस्या का समाधान

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एक गांव में एक लडका रहता है जिसका नाम है घनश्याम जो अपनी रोजमर्रा कि परेशानियों से परेशान हैं खास तौर पे पिछले एक हफ्ते से उसे चारों ओर से परेशानियों ने घेर रखा है। एक समस्या खत्म नहीं होती कि दूसरी शुरू हो जाती । वह अपनी इस जिंदगी से इतना तंग आ चुका है कि उसने आत्महत्या तक करने की सोची उसके इस हाल को देख गांव के एक व्यक्ति ने उसे एक सलाह देते हुए कहां कि यहां से 15 कि.मी. दूर एक जंगल है । वहां एक तपस्वी बाबा रहते हैं। उनके पास हर समस्या का समाधान है । तुम्हें उनसे एक बार तो जरूर मिलना चाहिए। यह सुन घनश्याम थोडा खुश हुआ और अगले ही दिन अपनी साईकिल उठा कर निकल पडा । चूंकि जून का माह था। गर्मी अपनी चर्म सीमा पर थी। खैर जैसे तैसे पता लगाते हुए उस बाबा के पास पहुंच गया। बाबा को नमन करते हुए उसने अपनी जिंदगी के सारे हालात बया किये और बताया कि किस तरह से परेशानियों से घिरा है। बाबा ने सारी बाते ध्यान से सुनी और एक पेड की ओर इशारा करते हुए कहां :- उस पेड को देख रहे हो जो आज सूखा है उसमें पत्ते नहीं । चाह कर भी उसमें आज और कल में ये पत्ते लगना संभव नहीं । वो तो जब पानी गिरेगा और एक सही समय आयेगा तो अपने आप हरियाली आ जायेगी।

ऐसी ही ये जिंदगी कि समस्याएं हैं जो आज या कल मैं खत्म नहीं होगी। सही वक्त आने पर इनका समाधान होगा। बस तुम अपना कार्य पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ करते रहो।

घनश्याम ने बाबा कि बात को ध्यान से सुना और एक अगला प्रश्न किया कि :- बाबा क्या ऐसा कोई दिन आयेगा जब सारी परेशानियों का अंत हो जायेगा। और मैं चिंता मुक्त हो जाऊंगा। बाबा ने अपने पास रखे एक जलते दीपक की ओर इशारा करते हुए कहा इस दीपक को देख रहे हो यदि इसमें से तेल खत्म हो जायेगा तो ये दीपक बुझ जायेगा। ऐसी ही यदि मानव जीवन से समस्या खत्म हो जायेगी तो यह स्थिर हो जायेगा। और उसका इस दीपक की भांति अंत हो जायेगा। समस्या उस तेल कि तरह से जो इंसान को आगे बढाती है। और सतत् गतिशील रखती है ।

ये दोनों बाते सुन घनश्याम खुश हुआ और बाबा के चरणों में गिर आर्शीवाद लेते कहा :- बाबा इन दोनें बातों को अपनी जिंदगी से उतारने कि प्रतिज्ञा लेता हूं।

 

पता :- ग्राम – सूरजपुरा                                   लेखक

पो. – कुमरई                                प्रमोद पाण्डेय उम्र 23

तह. – गढाकोटा सागर म.प्र.                        सागर म.प्र.

पिन :- 470232                                          मो. नं. 9685265696

 

pramodpp0835@gmail.com

 

1 Comment on प्रेरक प्रसंग-प्रमोद पाण्डे / लेखनी-अगस्त-सितंबर 2015

  1. प्रेरक प्रसंग वाकई में एक नई प्रेरणा देता है । इंसान को विपरित हालातों रोजमर्रा की समस्याओंसे घबराना नहीं चाहिए । धैर्य से सामना करना चाहिए । प्ररक प्रसंग यही सीख दे रहा है ।
    रश्मि नायर

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