” नाव ”
चन्द हायकू
1.
नयन नाव
जीवन समंदर
जल अथाह
2.
लेती हिलोरें
पतवारों के साथ
बंधी किनारे
3.
हवा के साथ
मुड़ना ही होता है
कहते पाल
4.
जानूँ कैसे मैं
सागर गहरा है
डूबे बगैर !
5.
नाव औ पुल
जोड़ेंगे या तोड़ेंगे
पार ले जा के !
6.
बीच भंवर
तूफान फंसी नैया
मन बावरा !
-शैल अग्रवाल
फूलों की नाव
खुशबू सागर में
बहती जाती l
2
जीवन- सिंधु
मैं हूँ एक नाव सी
लहरें छूती l
3
दूर है नाव
लहराता सा पाल
हवा उदास l
4
चाँद की नाव
चाँदनी खेती रही
पार उतरी l
5
मांझी मन के
पार लेके जाना रे
जीवन नाव l
6
मन नाव सा
जीवन सागर में
बिन मांझी का l
7
चंपई मन
नाव सा डोल रहा
मिली न ठाँवl
8
धूप नाव पे
कोहरा बैठ कर
पार हो गया l
9
मन की नाव
जीवन लहरों में
गोते हैं खाती l
10
नाव बांध के
राम की राह देखे
मन केवट l
सरस्वती माथुर
ए-2, सिविल लाइंस जयपुर -6
Leave a Reply