सोच और संस्कारों की सांझी धरोहर
Bridging The Gap
आधा चाँद मांगता है पूरी रात
पूरी रात के लिए मचलता है
आधा समुद्र
आधे चाँद को मिलती है पूरी रात…
आधी पृथ्वी की पूरी रात
आधी पृथ्वी के हिस्से में आता है
पूरा सूर्य
-नरेश सक्सेना
वर्ष 10 अंक 102
( समंदर)
Year10 Issue 102
परिकल्पना, संचालन, संपादनः शैल अग्रवाल
इस अंक में-अपनी बात ।
कविताएँ- कविता धरोहरःजयशंकर प्रसाद । माह विशेषःःसागर मुद्रा-अज्ञेय।। गीत और ग़ज़लः कुंवर बेचैन, सोहन राही।। हायकूः सागर-सरस्वती माथुर, शैल अग्रवाल। कविता आज और अभीः जतिंदर परवाजड शील निगम, शिखा वाष्णेय, श्यामल सुमन। माह विशेषः मन एक समंदर-शैल अग्रवाल । काव्य मंथनः सुशील शर्मा ।
गद्य में- ओ समंदरः अमित बृज। समंदर चन्द शब्द चित्रः शैल अग्रवाल । खुला पत्रः राजी सेठ- देवी नागरानी।। कहानी समकालीनः समंदर देवा-लावण्या शाह । कहानी समकालीनः रेत के घरौंदे-गोवर्धन यादव । कहानी समकालीनः खारा समंदर। ललितः बस थोड़ा और-मनीषा परिहार। उपन्यास अंशः इला प्रसाद । आलेखः उज्जैन सिंहस्थ 2916-गोवर्धन यादव। चाँद परियाँ और तितलीः बाल कहानी- समय और बाल कविता-शैल अग्रवाल।
In the English Section: My Column. Favourite Forever: Alfred Lord Tennyson. Talk About-Sea: Kahlil Zibran Story: Asylam- Kathline Jacson. Kids’Corner: Amazing Sea Creatures-Shail Agrawal.